आज भगवान श्री गणेश का मुंबई में सबसे बड़ा पर्व १० दिनों के पश्चात समाप्त हो रहा है ,
श्री गणेश अपने माता -पिता के सबसे अनोखे पुत्र है , माता की आज्ञा पालन हो ,या पिता के आदेश पर मह्रसी वेद व्यास के रामायण का लेखांकन हो , ये श्री गणेश ही हो सकते है ,जो मह्रसी के श्लोको को उनसे भी कही अच्छी तरह परिभाषित किया ...और परिणाम में देव प्रथम पूज्य ,मोदक और जामुन को ग्रहण करने वाले , विघ्न विनासक श्री गणेश ने ..महाभारत और गीता ज्ञान को संसार को अवगत कराया .....
ॐ गन गणपतये सिद्ध विनायक नमो : नमः
लेखक ;- एम् कॉम २०१० प्रार्थी
जय श्री गणेश ......
जवाब देंहटाएंउत्तम लेख उत्तम जानकारी और मनभावन चित्रों के साथ ...आभार
जय श्री गणेश ......
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