शनिवार, 16 अक्तूबर 2010

रास्ट्र मंडल खेल (कामन वेल्थ गेम )



























अभी -अभी हमारे देश में रास्ट्र मंडल खेलो का आयोजन संपन्न हुआ ,या ये कहे की इसे हमारे देश में आयोजित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ , इसके जरिये यदि हम कुछ दिखा सकते थे ,तो अपनी और अपने देश की छवि ७३ देश ,एक मंच और २७२ प्रतिस्पर्धा

इस खेल में ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर खेल महाशक्ति बनकर उभरा ,इसमें उनकी तकनीक ,महंगे उपकरण , उनका परिक्षण ,प्रशिक्षण ,और रणनीति अहम् हो सकते है , चाहे जो हो कोई भी पहला ,दूसरा ,तीसरा रहा हो ,पर सबसे ज्यादा कोई बात मायने रखती है , तो वो है ,सोने का दिल जो दुसरे दिल को भी सोना बना दे ,एक मित्रता का आग्रह ....खेल में ही कोई ऑस्ट्रेलिया का खिलाडी बोला " दे are respecting वैरी मच '
सुनकर बहुत अच्छा लगा ....
प्रारंभ में इस आयोजन पर तरह तरह की अब्यवस्था की बात होती रही पर कुछ जगह पैसो की कोई अहमियत नहीं देखि जाती ,ईमानदारी अनमोल है और अच्छाई अपनी जगह अतुल्य ये जो पारस के समान है ,और आज के समय में पारस अत्यंत दुर्लभ है ,मिलता ही नहीं ,
समापन समारोह में लेसर किरण ,गीत संगीत ,सांस्कृतिक कार्यक्रम अच्छे थे ,बन्दे मातरम गीत ,अच्छा लगा , पर कही -कही एषा लगा जैसे पैसे में से पैसा बचाया जा रहा हो , सायद इसी वजह से अन्य मीडिया को दूर रखा गया ,१० रूपये को प्रबंध के नाम पर २० रूपये का भी बताया जा सकता है , और जो महंगे खेल उपकरण बच गए है ,उनका क्या होगा नहीं पता , एक मुहावरा भी है , खेल खतम ,पैसा हजम ............
यदि हम अपने मेहमानों के चेहरे पर खुशी, चमक ,और मुस्कान ला सकने में सक्षम हुए है ,तो हमारा सारा श्रम ,ब्यय,और प्रबंध सफल होते है ,क्यों की हमारे देश में सदैव से अतिथि देवो भवः का सिद्धांत रहा है ,
ये आयोजन कितना सफल है ,ये तो हमारे मेहमान ही बता सकते थे ,
अब हमें यह नहीं पता की ये खेल आयोजन हमारे देश में फिर कब होगा ,पर २०१४ के खेल में हम भारतीय फिर यही उपलब्धि हासिल करने स्कॉट्लैंड जरुर जायेगे ......मेरी शुभकामनाये
और आशा है अगले माह चीन के एशिया ई खेल में इसे कायम रखेगे ,एक बार फिर से शुभकामनाये .....
लेखक :-उत्साह वर्धन और ताली बजाते हुए ......२०१० ....




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