मंगलवार, 11 अक्तूबर 2011

रंग

एक गाँव था ,सारंगपुर वहा सभी अधिकतर गोरे थे ,| केवल कुछ गिने लोग ही काले थे ,| गोरे लोग उनकी हंसी उड़ाते ,उपहास करते ,हेय की दृष्टि से देखते अपने को ऊँचा समझते , | गोरे व्यक्ति सम्मानित थे ,वो धनी लोगो का गाँव था ,| एक रात खुनी डकैतों ने उस गाँव पर धावा बोला , सभी यहाँ वहा ,जहा बनता पड़ा छीप गये, वो लूट पाट मचाने के बाद कत्ल कर देते थे, अगली सुबह जिन्दा बचने वालो में अधिकतर काले व्यक्ति ही थे ,| क्यों की उनकी साथी वो काली रात थी ,जिसको उनके काले शरीर ने ओढ़ रखा था ,|

इसलिए हमें ईश्वर को दोष नहीं देना चाहिए , ईश्वर ने जो हमें दिया ,सही ही दिया ,क्यों की हमारा वर्तमान ,भूत से प्रभावित होता है |और भविष्य वर्तमान से बनता है ,| अतः ईश्वर ही सर्वशक्तिमान न्याय कर्ता है ,|

लेखक ;- साथी ....रविकांत यादव ...also click ;-http://justiceleague-justice.blogspot.com/

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